loksabha election 2019

हरियाणा: 3 साल पुराने जाट आंदोलन के जख्म अभी भरे नहीं, यहां जाति का मुद्दा सब पर भारी

रोहतक (हरियाणा). हरियाणा की पांच लोकसभा सीटों की बात करें तो यहां मोदी और एयरस्ट्राइक कोई मुद्दा नहीं हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि तीन साल पहले हुए जाट आंदोलन के बाद से राज्य की सियासत अब सिर्फ जाट बनाम गैर-जाट की हो गई है। रोहतक, सोनीपत, भिवानी-महेंद्रगढ़ में यह मुद्दा सबसे ज्यादा असरदार है।

भोपाल में हिंदुत्व का एजेंडा, राष्ट्रवाद का नारा और निजी खुन्नस की भी जंग

इस बार लोकसभा चुनाव में देश की सबसे हॉट सीट भोपाल में लड़ाई दो पार्टियों की बीच न होकर दो विचारधाराओं की हो चुकी है। एक तरफ है कांग्रेस का नरम हिंदुत्व तो दूसरी तरफ है भाजपा का उग्र हिंदुत्व। भाजपा की साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर हिंदुत्व के नाम पर आग उगल रही हैं तो कांग्रेस के दिग्विजय सिंह मंदिर-मंदिर मत्था टेक कर उनको जवाब दे रहे हैं। उनके समर्थन में कम्प्यूटर बाबा के अगुवाई में बाबाओं की फौज लगी है। यह मुकाबला आरएसएस के कट्‌टर हिंदुत्व, भाजपा के राष्ट्रवाद और कांग्रेस के विकास मॉडल के बीच है। प्रज्ञा संघ का एजेंडा लेकर दिग्विजय से निजी खुन्नस निकालने उतरी हैं।