एक और खैरलांजी
सुनियोजित ढंग से दलितों पर हमला किया गया. घरों को तोड़ा गया. लोगों को बार-बार ट्रेक्टरों के नीचे कुचला गया और मरने के बाद भी मारा गया. पुरुषों के लिंग नोचे गए और औरतों के जननांगों में लकड़ियां ठूंसी गईे. नरसंहार पर अबतक राजस्थान की सरकार को न तो कुछ कहना है और न करना है. मोदी सरकार की बरसी का एक सच यह भी है.