Skip to content
Hindi News, हिंदी समाचार, Samachar, Breaking News, Latest Khabar – Pratirodh

Hindi News, हिंदी समाचार, Samachar, Breaking News, Latest Khabar – Pratirodh

Primary Menu Hindi News, हिंदी समाचार, Samachar, Breaking News, Latest Khabar – Pratirodh

Hindi News, हिंदी समाचार, Samachar, Breaking News, Latest Khabar – Pratirodh

  • Home
  • Newswires
  • Politics & Society
  • The New Feudals
  • World View
  • Arts And Aesthetics
  • For The Record
  • About Us
  • Headline
  • Politics & Society

किरण का विकिरण कोई नई बात नहीं

Jan 19, 2015 | Panini Anand

उनको बचपन से ऐसा ही देखा है. सुबह की शाखा के बाद दर-दर पर्चे बांटते. स्वदेशी का नारा लगाते. गीत दोहराते, चोखा-बाटी कार्यक्रम और वनवासी कार्यक्रम में शामिल होते. मैदान साफ करते, बुहारते-संवारते. बड़े पैसेवालों के वाहन सजाते. वे फूल भी खुद तोड़कर लाते थे.

उनको बचपन से ऐसा ही देखा है. सुबह की शाखा के बाद दर-दर पर्चे बांटते. स्वदेशी का नारा लगाते. गीत दोहराते, चोखा-बाटी कार्यक्रम और वनवासी कार्यक्रम में शामिल होते. मैदान साफ करते, बुहारते-संवारते. बड़े पैसेवालों के वाहन सजाते. वे फूल भी खुद तोड़कर लाते थे. भइया जी आपको अपने साथ अपनी कार में बैठाकर बसंत पंचमी के जुलूस में ले जाएंगे. अटल जी की अगवानी के काफिले में आप भी उसी कार में होंगे. साइकिल के सहारे तो हवाईअड्डे तक नहीं जाया जा सकता न.

लेकिन अंत में क्या होता था. गंगा प्रसाद जी गंगा की ओर मुंह करके अपनी दिनभर की मेहनत का रोना रोते हुए पांडे जी को कोसते रहते थे और पांडे जी अपने दो बंदूकधारियों के साथ हवाईअड्डे रवाना हो जाते थे. गंगा प्रसाद संगठन के प्रति समर्पण और प्रतिबद्धता का नाम हैं. ईधन का नाम हैं. ईंट का नाम हैं. जिनपर दूसरों के देग चढ़ते हैं. जिनपर पलस्तर पोतकर दूसरों का प्रासाद खड़ा कर दिया जाता है.

दिल्ली जनसंघ और फिर भाजपा की पुरानी कर्मस्थली रही. कार्यकर्ताओं का एक बड़ा आधार विचारधारा के पास यहाँ पर है. पार्टी ऐसा सदा से कहती आई है कि हम बाकियों से अलग हैं. परिवारवाद, पैसे और राजनीति के पारंपरिक ढांचे से पृथक हम मूल्यों की राजनीति करते हैं. लेकिन मूल्यों की ज़मीनी सच्चाई का सच गंगा प्रसाद जी जैसा है. वो शाखा लगाते हैं, पत्रक बांटते हैं, प्रभातफेरी निकालते हैं, गीत गाते हैं, घोष बजाते हैं, कार सजाते हैं. लेकिन टिकट मिलता है राइस मिल के मालिक को, आलू के बड़े कोल्ड स्टोरेज के सिंह साहेब को, कांग्रेस या कोई मौसमी पार्टी छोड़कर आए किसी ऐसे व्यक्ति को जिसके खिलाफ गंगा प्रसाद जी अपसंस्कृति और अपराध की दुहाइयां गाते रहे.

भाजपा का नया चरित्र यही है और पुराना भी. जिनके पेट में किरण बेदी और शाज़िया के नाम से मरोड़ पैदा हो रहा है, उन्हें चाहिए कि पुराने कार्यकर्ताओं से पूछें कि उनके संगठन में किसी भी कार्यकर्ता के अपने काम और प्रतिभा के बल पर, अपनी प्रतिबद्धता और मूल्यों के बल पर दायित्व के सबसे बड़े शंकुलों तक पहुंचने की सिद्धांत कौमुदी पर कौन-सी चीलें बीट कर रही हैं. क्यों कार्यकर्ता गन्ना बनकर कोल्हू का ईधन भर रह गया है. और दर्द के कितने ही प्राचीर भरभरा के ढहने लगेंगे. हास्यास्पद यह है कि भाजपा इन्हीं बातों को आरोप की तरह दूसरे दलों पर मढ़ती रही है. इसी का उलाहना देकर अपने समता, एकता और नैतिकता की दुहाई गाती रही है.

वस्तुतः पुस्तिकाओं में बांचे जाने वाले सिद्धांतों के अनुपालन से न के बराबर ही ताल्लुक इस पार्टी और संगठन में रहा है. कभी जाति पदोन्नति का मूल है तो कभी वैभव और धूर्तता. ऐसा कम ही होता है कि छोटा कार्यकर्ता बिना घाघ बने बड़ा हो गया हो. अगर ईमानदार हो तो ईमानदारी से वही करते रहो जो तुम्हें पहले दिन करने के लिए बोला गया था. यही भाजपा की नई और पुरानी परंपरा है और इसी परंपरा का चेहरा है दिल्ली का यह चुनाव, जहाँ बहुमत की सरकार के पास एक ईमानदार, समर्पित और क्षमतावान नेतृत्व तक नहीं है.

किरण का उदय उसी विकिरण का उत्सर्जन है जिसकी तह में सामंतों और उच्च जातियों की पोषक पार्टी सेठों और धनकुबेरों के लिए रास्ता बनाने का काम करती आई है. राष्ट्रवाद की ढफली पर राग अलापते गले कभी धर्म, कभी संस्कृति और कभी काल्पनिक इतिहास की दरी बिछाकर अपना सियासी चौरस खेलते रहते हैं. भाजपा का यह राजनीतिक चरित्र जितनी जल्दी हम समझ लें, उतना ठीक है.

Tags: AAP, arvind kejriwal, delhi assembly polls, kiran bedi, narendra modi, team anna member

Continue Reading

Previous जलते जलगांव के बीच विलास सोनवणे को दिल्‍ली में सुनना
Next पुर्जा-पुर्जा कट मरे, कबहूं न छाड़े खेत!

More Stories

  • Featured
  • Politics & Society

CAA के खिलाफ पंजाब विधानसभा में प्रस्ताव पारित!

5 years ago PRATIRODH BUREAU
  • Featured
  • Politics & Society

टीम इंडिया में कब पक्की होगी KL राहुल की जगह?

5 years ago PRATIRODH BUREAU
  • Featured
  • Politics & Society

‘नालायक’ पीढ़ी के बड़े कारनामे: अब यूथ देश का जाग गया

5 years ago Amar

Recent Posts

  • US Trying To Hyphenate India, Pak: Congress
  • Book Review: Understanding The Challenges Of This Bountiful Planet
  • What India’s River Moves Mean For South Asian Water Cooperation
  • Farmers In Punjab’s Border Villages Navigate Conflict And Survival
  • Trapped Between Two Nuclear Powers, People Of Kashmir Continue To Suffer
  • How India Can Evolve An Inclusive Policy For The Hearing Impaired
  • Why A Hotline Between India, Pak Is Crucial To Prevent A Disastrous War
  • Pak Strikes: Five Essential Reads On Decades Of Rivalry Over Kashmir
  • Beyond The Trade Deficit: The Real Risks Of Trump’s Tariffs
  • PM Modi Should At Least Attend All-Party Meet: Congress
  • India’s Indus Waters Bargain Needs A Cohesive Strategy, Not Coercion
  • What Exactly Are ‘Green’ Jobs?
  • “PM Modi Had ‘Prior Intel’ On Pahalgam Attack, Cancelled Kashmir Visit”
  • The Costs Of Coexisting With Predators
  • New Construction Waste Rules Lay Stress On Accountability & Recycling
  • Will PM Modi Admit Govt’s Policy Change On Caste Census: Congress
  • India Drafts Emissions Targets For Industries, But…
  • To AI Or Not To AI In Academia?
  • “Ties With Pakistan Will Never Improve Until…”
  • New Port Project In Karnataka Sparks Protests

Search

Main Links

  • Home
  • Newswires
  • Politics & Society
  • The New Feudals
  • World View
  • Arts And Aesthetics
  • For The Record
  • About Us

Related Stroy

  • Featured

US Trying To Hyphenate India, Pak: Congress

3 hours ago Pratirodh Bureau
  • Featured

Book Review: Understanding The Challenges Of This Bountiful Planet

8 hours ago Pratirodh Bureau
  • Featured

What India’s River Moves Mean For South Asian Water Cooperation

10 hours ago Pratirodh Bureau
  • Featured

Farmers In Punjab’s Border Villages Navigate Conflict And Survival

3 days ago Pratirodh Bureau
  • Featured

Trapped Between Two Nuclear Powers, People Of Kashmir Continue To Suffer

3 days ago Pratirodh Bureau

Recent Posts

  • US Trying To Hyphenate India, Pak: Congress
  • Book Review: Understanding The Challenges Of This Bountiful Planet
  • What India’s River Moves Mean For South Asian Water Cooperation
  • Farmers In Punjab’s Border Villages Navigate Conflict And Survival
  • Trapped Between Two Nuclear Powers, People Of Kashmir Continue To Suffer
Copyright © All rights reserved. | CoverNews by AF themes.