लोकसभा चुनाव / 6वें चरण में 61% मतदान; बिहार और बंगाल में भाजपा प्रत्याशियों पर हमला
May 12, 2019 | Pratirodh Bureauबंगाल में इस चरण में भी हिंसा, भाजपा प्रत्याशी पूर्व आईपीएस अफसर भारती घोष के काफिले पर हमला
बिहार के प. चंपारण सीट से भाजपा प्रत्याशी संजय जायसवाल पर भीड़ ने हमला किया, निजी सुरक्षाकर्मियों ने हवाई फायरिंग की
दिल्ली की 7, बिहार की 8, हरियाणा की 10, मप्र की 8, उप्र की 14, बंगाल की 8 और झारखंड की 4 सीटों पर वोटिंग हुई
नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव के 6वें चरण के लिए 7 राज्यों की 59 सीटों पर 61% मतदान हुआ। इन सीटों पर 2014 में 63.7% वोट पड़े थे। बंगाल में लगातार 6वें चरण में भी हिंसा हुई। इसके बावजूद यहां सबसे ज्यादा 80% मतदान हुआ। झारखंड में 64%, मध्यप्रदेश में 60% और हरियाणा में 62% वोट डाले गए।
बिहार के पश्चिम चंपारण सीट से भाजपा प्रत्याशी संजय जायसवाल पर नरकटिया स्थित बूथ पर भीड़ ने लाठी-डंडों से हमला कर दिया। निजी सुरक्षाकर्मियों ने हवाई फायरिंग कर संजय को बचाया। इस दौरान कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट भी हुई।
बंगाल में लगातार 6वें चरण में हिंसा
पश्चिम बंगाल में 6वें चरण में भी हिंसा की खबरें हैं। यहां के घाटल से भाजपा प्रत्याशी पूर्व आईपीएस अफसर भारती घोष के काफिले पर हमला किया गया। उनकी गाड़ी के शीशे टूट गए। केशपुर मतदान केंद्र के बाहर कथित तौर पर उनके साथ मारपीट और धक्का-मुक्की की गई। हमलावरों से बचने के लिए उन्होंने मंदिर में शरण ली। यहां से वे मंदिर की दीवार फांदकर पुलिस स्टेशन पहुंचीं। भाजपा ने इस घटना के लिए तृणमूल कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाया है। चुनाव आयोग ने इस मामले में जिला चुनाव अधिकारी से रिपोर्ट मांगी है।
बंगाल में झारग्राम के गोपीबल्लभपुर में भाजपा कार्यकर्ता का शव मिला है। पार्टी ने तृणमूल पर हत्या का आरोप लगाया है। उधर, पूर्व मिदनापुर के भगवानपुर में भी भाजपा के दो कार्यकर्ताओं अनंता गुचैत और रंजीत मैती को गोली मार दी गई। उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है।
शिवहर में होमगार्ड से गोली चली, बूथ कर्मी की मौत
बिहार के शिवहर स्थित एक बूथ पर होमगार्ड जवान से गलती से गोली चल गई, जिससे पोलिंग बूथ पर तैनात एक कर्मचारी की मौत हो गई। उधर, मध्यप्रदेश के भिंड में जैतपुरागुढ़ा गांव में बूथ कैप्चरिंग की कोशिश की गई। कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर पुलिसकर्मियों पर पीटने का आरोप है।
राष्ट्रपति, सोनिया-प्रियंका गांधी समेत बड़े नेताओं ने डाला वोट
6वें चरण के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन कॉम्प्लेक्स में स्थित बूथ पर वोट डाला। वहीं, यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी ने दिल्ली में मतदान किया। इनके अलावा राहुल गांधी, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस उम्मीदवार शीला दीक्षित, विराट कोहली, भोपाल से भाजपा उम्मीदवार प्रज्ञा ठाकुर, गौतम गंभीर ने भी अपने-अपने बूथों पर वोट डाले।
आप ने ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायत की
दिल्ली के कई इलाकों में ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायत मिली। आप के विधायक सोमनाथ भारती ने कहा कि बूथ संख्या 116, 117 और 122 पर ईवीएम काम नहीं कर रहा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मालवीय नगर के हौजरानी बूथ पर बिना मतदान किए ही 50 वोट डाले गए दिख रहा था। दिल्ली के मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि चांदनी चौक और पश्चिमी दिल्ली में ईवीएम में शिकायत के बाद 5.5 प्रतिशत मशीन बदल दिए गए थे।
दक्षिण दिल्ली से आप प्रत्याशी राघव चड्डा ने आरोप लगाया है कि संगम बिहार में एक बूथ पर भाजपा कार्यकर्ता चार-चार वोट डाल रहे हैं। उन्होंने कहा, “हमने ऐसे 8-10 लोगों की पहचान की है। एक को रंगे हाथों भी पकड़ा। भाजपा के रमेश विधूड़ी बुरी तरह से हार रहे हैं, इसलिए ऐसे काम कर रहे हैं।”
इस चरण की 59 में से 45 सीट भाजपा ने जीती थीं
इस चरण में 979 प्रत्याशी मैदान में हैं। 2014 में भाजपा इन 59 सीटों में से 45 पर जीती थी। वहीं, 1 पर सहयोगी पार्टी लोजपा को जीत मिली थी। कांग्रेस ने 2, तृणमूल ने 8, सपा ने 1, इनेलो ने 2 सीटें हासिल की थीं। इस चरण में दिल्ली की 7, बिहार की 8, हरियाणा की 10, मध्यप्रदेश की 8, उप्र की 14, बंगाल की 8, झारखंड की 4 और दिल्ली की 7 सीटों पर मतदान हुआ।
मध्यप्रदेश में मुरैना, भिंड, ग्वालियर, गुना, सागर, विदिशा, भोपाल, राजगढ़ सीट पर वोटिंग हुई। बंगाल की बैरकपुर सीट के बूथ नंबर 116 और आरमबाग के बूथ नंबर 110 पर पुनर्मतदान हुआ। इसके अलावा त्रिपुरा के 168 पोलिंग बूथों और पुड्डुचेरी के 1 बूथ पर भी पुनर्मतदान हुआ।
कहां कितना मतदान?
इन 5 सीटों पर है कड़ा मुकाबला
भोपाल (मध्यप्रदेश)- मध्यप्रदेश की भोपाल सीट इस चरण की सबसे चर्चित सीट है। कांग्रेस ने यहां से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को टिकट दिया है। वे 16 साल बाद कोई चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, भाजपा ने साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को उतारा है। साध्वी मालेगांव धमाकों में आरोपी हैं। भोपाल भाजपा का गढ़ रहा है, यहां से लगातार 8 बार से पार्टी का उम्मीदवार जीता है। हालांकि, भाजपा ने इस बार मौजूदा सांसद आलोक संजर का टिकट काट दिया।
पूर्वी चंपारण: केंद्रीय कृषि कल्याण मंत्री राधामोहन सिंह भाजपा के टिकट पर मैदान में हैं। उनका मुकाबला महागठबंधन (रालोसपा) के प्रत्याशी आकाश प्रसाद सिंह से है। 2009 से पहले पूर्वी चंपारण मोतिहारी सीट थी। आजादी के बाद 1971 तक यह कांग्रेस की परंपरागत सीट रही। लगातार पांच बार यहां से विभूति मिश्र सांसद रह चुके हैं। 1989 में पहली बार राधामोहन सिंह इस सीट से जीते। वे यहां से पांच बार विजयी रहे हैं।
उत्तरपूर्वी दिल्ली: उत्तरपूर्वी दिल्ली से भाजपा ने फिर भोजपुरी गायक और अभिनेता मनोज तिवारी पर विश्वास जताया है। वे यहां से 2014 में भी जीते थे। कांग्रेस ने इस सीट से दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को टिकट दिया है। वे 1998 से 2013 तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं। दीक्षित इससे पहले 1984 से 89 तक कन्नौज से सांसद भी रहीं। आप ने दिलीप पांडे को उम्मीदवार बनाया है। वे अपना पहला चुनाव लड़ रहे हैं।
पूर्वी दिल्ली- इस सीट से भाजपा ने मौजूदा सांसद महेश गिरी का टिकट काटकर हाल ही में पार्टी में शामिल हुए क्रिकेटर गौतम गंभीर को उम्मीदवार बनाया है। गंभीर की टक्कर आप प्रत्याशी अतिशी मर्लेना से मानी जा रही है। कांग्रेस ने अरविंदर सिंह लवली को टिकट दिया है। इस सीट से कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित 2 बार सांसद रह चुके हैं।
हिसार : यहां तीन बड़े राजनीतिक घराने मैदान में हैं। इनेलो से अलग होकर जननायक जनता पार्टी बनाने वाले दुष्यंत चौटाला इस सीट से दोबारा चुनाव लड़ रहे हैं। 2014 में उन्होंने इनेलो के टिकट पर जीत हासिल की थी। वहीं, भाजपा ने राज्यसभा सांसद और केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह को टिकट दिया है। कांग्रेस ने भजनलाल परिवार से कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई को उम्मीदवार बनाया है।
6वां चरण : ये बड़े चेहरे भी मैदान में
ज्योतिरादित्य सिंधिया: इस बार भी अपनी परिवारिक सीट गुना से मैदान में हैं। वे इस सीट से 2002 से सांसद हैं। उनसे पहले इस सीट पर उनके पिता माधवराव सिंधिया भी एक बार सांसद रहे थे। माधवराव से पहले उनकी मां राजमाता विजयाराजे सिंधिया इस सीट से चार बार भाजपा के टिकट पर सांसद रही थीं। भाजपा ने इस बार सिंधिया के खिलाफ केपी यादव को टिकट दिया है।
अखिलेश यादव : सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आजमगढ़ सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। 2014 में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने आजमगढ़ और मैनपुरी सीट पर जीत हासिल की थी। इस बार मुलायम सिंह मैनपुरी सीट से ही चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा ने भोजपुरी स्टार दिनेश लाल यादव निरहुआ को टिकट दिया है। यहां कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है।
मेनका गांधी : केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी इस बार सुल्तानपुर सीट से चुनाव लड़ रही हैं। वे पिछली बार पीलीभीत से जीतकर संसद पहुंचीं थीं। इस बार उन्होंने वह सीट बेटे वरुण गांधी के लिए छोड़ दी है। वरुण 2014 में सुल्तानपुर से जीते थे। कांग्रेस ने पूर्व सांसद संजय सिंह को टिकट दिया है। मेनका पीलीभीत से 6 बार सांसद रह चुकी हैं।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा : हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा सोनीपत सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा ने यहां से मौजूदा सांसद रमेश कौशिक को उतारा है। वहीं, जननायक जनता पार्टी ने दिग्विजय चौटाला को टिकट दिया है। भूपेंद्र सिंह तीन बार रोहतक सीट से सांसद रह चुके हैं।
नरेंद्र सिंह तोमर : केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर इस बार मुरैना सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वे इस सीट से 2009 में भी जीते थे। 2014 में वे ग्वालियर से चुनकर संसद पहुंचे थे। तोमर का मुकाबला कांग्रेस के राम निवास रावत से है। भाजपा 1996 से मुरैना सीट पर जीतती रही है। उसने यहां से मौजूदा सांसद अनूप मिश्रा का टिकट काट दिया है।
अब तक 5 चरणों में औसत 67.3% मतदान, पहले फेज में सबसे ज्यादा 69.5% वोट पड़े थे