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बीरपुर लच्‍छी: जुल्‍मतों और इंसाफ़ के बीच ठिठकी जि़ंदगी

(बीते मार्च की आखिरी तारीख को उत्‍तराखण्‍ड के रामनगर स्थित बीरपुर लच्‍छी गांव में चल रहे आंदोलन से लौटते वक्‍त…

10 years ago
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नारायण देसाई : एक सर्वोदय कार्यकर्ता की उद्देश्यपूर्ण जीवन-यात्रा

‘मैं हार सकता हूँ , बार – बार हार सकता हूँ लेकिन हार मान कर बैठ नहीं सकता हूँ ।’…

10 years ago
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कट्टरता के पिंजरे में कैद उड़ानें

वहाबीवाद का पोषक सऊदी अरब विश्व का सबसे मह्त्वपूर्ण और प्रभावी मुस्लिम देश है, यहाँ सऊद द्वारा 1750 में एक…

10 years ago
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पवित्र गाय और भाजपा की पवित्रता की सनक

चर्चों पर हमले, 'घर वापसी' के रूप में चालबाजी से भरे धर्मांतरण, हिंदू धर्म को बचाने के लिए अनेक बच्चे…

10 years ago
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पगड़ी का रंग मत गिनवाओ, उठो ज्ञानी खेत संभालो!

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की तरफ से 23 मार्च 2015 को शहीदी दिवस पर अखबारों में विज्ञापन छपा जिसमें शहीद-ए-आज़म…

10 years ago
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बदलते परिवेश में जन प्रतिरोध

उमेश डोभाल की याद में आयोजित इस समारोह में आने का अवसर पा कर मैं काफी गर्व का अनुभव कर…

11 years ago
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बीमा विधेयक: भारतीय संसद ऐसे बनी अमेरिकी हितों की मैनेजर

(प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दस महीने में पहली ऐसी कामयाबी मिली है जो वाशिंगटन में बैठे उनके आकाओं के दिलों…

11 years ago
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नेपाल में बुर्जुआ जनवादी क्रांति के हासिल को संस्‍थागत करना पहला लक्ष्‍य : बाबूराम

नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री और वरिष्‍ठ माओवादी नेता बाबूराम भट्टराई ने कहा है कि नेपाल में राजनीतिक स्थिरता का होना…

11 years ago
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In Amsterdam, a revolt against the neoliberal university

The student occupation at the University of Amsterdam speaks to a deepening crisis of higher education not just in the…

11 years ago
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पुर्जा-पुर्जा कट मरे, कबहूं न छाड़े खेत!

दिल्‍ली में 24 फरवरी 2015 का दिन बहुत नाटकीय रहा। मीडिया में जो दिखाया गया, वह सड़क पर नहीं था।…

11 years ago
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किरण का विकिरण कोई नई बात नहीं

उनको बचपन से ऐसा ही देखा है. सुबह की शाखा के बाद दर-दर पर्चे बांटते. स्वदेशी का नारा लगाते. गीत…

11 years ago
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जलते जलगांव के बीच विलास सोनवणे को दिल्‍ली में सुनना

क्‍या आप विलास सोनवणे को जानते हैं? कल दिल्‍ली में उनका एक व्‍याख्‍यान था। विषय था ''धर्मांतरण की राजनीति''। विलास…

11 years ago
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पेरूमल मुरुगन और वन पार्ट वुमन: प्रणय कृष्ण

मुरुगन ने किसी प्रथा पर कोई मूल्य निर्णय नहीं दिया है, अच्छा या बुरा नहीं कहा है, उन्होंने सिर्फ एक…

11 years ago
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कविताः असहिष्णु

हम एक ऐसे समय में खड़े हैं जब सहजता का नाम तक असहिष्णु होता जा रहा है. जब प्रगति के…

11 years ago
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एक नई कविता- सर्जरी

एक प्रधान सेवक के द्वारा अपने मालिक के अस्पताल के उदघाटन पर दिए गए गौरवमयी शल्यचिकित्सकीय अतीत के उद्धरणों को…

11 years ago
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Eminent Citizens Write to PM for Review and Discussion on Sardar Sarovar Dam

Eminent citizens, in an open letter to Prime Minister, Mr. Narendra Modi has urged him to call for a Review…

11 years ago
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CPI(ML) Statement on Trilokpuri Communal Violence

A team of CPI(ML) Liberation activists visited the affected areas of Trilokpuri and other areas of East Delhi on 26thOctober.…

11 years ago
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An investigation into violence at Delhi’s Majnu ka Tilla

This seems to be a clear pointer to the possibility that had timely action, right at the beginning of the…

11 years ago
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A Joint Investigation into Trilokpuri Communal Riots

The minority community has been subject to barbaric violence by the Delhi police in Sanjay camp. The police and administration…

11 years ago
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एक कविता, अमरीकावासी दोस्तों के नाम

साथ पढ़े कितने ही दोस्त अमरीका जाकर रहने लगे. कुछ बस गए. कुछ बसने की कोशिश में हैं. कोई बुराई…

11 years ago
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कविता 16 मई के बादः नया शासनादेश

भारत में 16 मई के बाद की परिस्थितियों में जो कुछ घटता-चलता दिख रहा है, उससे लोग भी प्रभावित हैं…

11 years ago
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मुझे तुम्हारे इस यक़ीन पे शक है

इस फ़िल्म में कश्मीर केवल वैसे ही है जैसे खादी चोरों की बैठक में गांधी का चित्र. इस्तेमाल करो और…

11 years ago
  • Politics & Society

A riot buried in the ashes

Just four day after the celebrations of 68th Independence day, on 19th of August 2014, all 42 houses in the…

11 years ago

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