गोपाल प्रधान

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मार्क्सवादी दर्शन के बारे में

मार्क्सवादी दर्शन को आम तौर पर द्वंद्वात्मक भौतिकवाद कहा जाता है. इसका मतलब समझने के लिए थोड़ा उस समय की…

12 years ago
  • Arts And Aesthetics

भारतीय साहित्य और प्रगतिशील आंदोलन की विरासत

पिछले साल हमने जिन कवियों की जन्मशती मनाई वे हैं शमशेर, नागार्जुन, फ़ैज़, केदारनाथ अग्रवाल आदि. आगामी वर्षों में रामविलास…

12 years ago
  • Arts And Aesthetics

प्रेमचंद का साहित्य और उनके स्त्री पात्र

 विवादों के कारण ही सही प्रेमचंद का साहित्य फिर से ज़ेरे बहस है. दलित साहित्य के लेखकों ने उनके साहित्य…

12 years ago
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गोरख पांडेः ‘आत्म-अंतर्विरोध’ के बारे में

(यह लेख गोरख पांडे (1945-1989) द्वारा लिखा गया था और मार्क्सिस्ट टु़डे पत्रिका के पहले अंक में छपा था. इसे…

13 years ago

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